जीवन सुरक्षा टाइम्स संवाददाता प्रांजुल मिश्रा कानपुरभू माफिया तो पूरे शहर भर में हावी है लेकिन सिस्टम के चलते उन पर किसी प्रकार की कोई बड़ी कार्यवाही देखने को बहुत कम ही मिल पाती है जब भू माफियाओं का पूर्ण रूप से पापों का घड़ा भर जाता है तब भले ही छुटपुट कार्रवाई हो जाए लेकिन सेटिंग गेटिंग के माध्यम से भू माफिया अपने काम को विस्तार देते रहते हैं क्योंकि पूरा प्रशासनिक अमला उन्हें नजरअंदाज करता रहता है। और जब बात हो कानपुर विकास प्राधिकरण के अधिकारियों व पुलिस महकमे की तो बात ही कुछ और है। हम बात कर रहे हैं कानपुर दक्षिण के जूही थाना अंतर्गत केडीए के जोन-3 के केडीए रेजिडेंसी के ठीक सामने ठेला पार्किंग की करोड़ों की जमीन पर शहर के बीचो बीच भू माफियाओं ने गिट्टी- मौरंग का कारोबार अमर इंटरप्राइजेज के नाम से फैला रखा है जबकि रिहायशी इलाके में गिट्टी मोरंग का कारोबार लीगल नहीं है बावजूद इसके भू माफिया अमर इंटरप्राइजेज के नाम से गिट्टी मोरंग का काम शहर के बीचों-बीच रिहायशी इलाके में कर रहे हैं, सबसे बड़ी बात तो ये है कि भू माफियाओं ने केडीए कि जमीन को कब्जा कर उसके फर्जी कागजात भी बनवा लिए और अपनी पुश्तैनी जमीन होने का दावा कर रहे हैं। जिस पर संज्ञान लेते हुए केडीए संयुक्त सचिव केके सिंह ने लैंड को सीज कर दिया था और संबंधित सजा बाबू पूचा आर थाना जूहसीओ बाब पर्वा और थाना जही को एक पत्र भेजा था जिसमें बर्फीली ठंड से साफ तौर पर लिखा था यदि सीज लैंड में निर्माण या फिर आवाजाही चालू रही तो इनके खिलाफ वैधानिक कार्यवाही करने को पुलिस स्वतंत्र है। लेकिन जूही पुलिस से सांठगांठ करके भ माफियाओं ने केडीए की सील हटा दी और पुराना हाई कोर्ट का स्टे का बोर्ड टांग कर फिर से अपना गिट्टी- मोरंग का व्यापार शुरू कर दिया है, हालांकि केडीए हमेशा की तरह लापरवाह बनकर केवल तमाशा देख रहा है क्योंकि अगर सूत्रों की मानें तो सील खुलवाने के नाम पर जेई जनार्दन सिंह ने मोटा पैसा लेकर अपनी जेब गर्म कर रखी है और थाना जूही मामले को नजरअंदाज कर रहा है या फिर यह बोले भू- माफियाओं को जूही पुलिस ने आशीर्वाद दे दिया है। लेकिन सबाधत क्षत्राधिकारा ऑर संबधित क्षेत्राधिकारी और इंस्पेक्टर जूही का तबादला होने के बाद नए आए क्षेत्राधिकारी और प्रभारी निरीक्षक से भू माफिया के खिलाफ कड़ी कार्यवाही देखने को मिल सक को मिल सकती है। क्योंकि भ्रष्टाचारियों के खिलाफ नए क्षेत्राधिकारी आलोक सिंह व नए प्रभारी निरीक्षक संतोष आर्य दोनों ही अधिकारी कड़ी कार्यवाही करते रहे हैं हमें आशा है केडीए की करोड़ों की जमीन पर कब्जा कर अमर इंटरप्राइजेज के नाम से भू माफियाओं के कब्जे पर भी नए क्षेत्राधिकारी और प्रभारी निरीक्षक कड़ी कार्यवाही करेंगे।
भू माफिया के हौसले बराबर है बुलंद, नए अधिकारी काट सकते हैं पंख